प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना 2025 : भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा कृषि पर निर्भर है। देश की लगभग 60% आबादी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कृषि से जुड़ी हुई है। छोटे और सीमांत किसानों की स्थिति को बेहतर बनाने और कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाने के लिए भारत सरकार समय-समय पर नई योजनाएं लाती रहती है। इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण पहल है प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना 2025। इस योजना की घोषणा केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2025 को केंद्रीय बजट 2025-26 में की थी। यह योजना विशेष रूप से उन क्षेत्रों पर केंद्रित है जहां कृषि उत्पादकता कम है और किसानों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। तो जानते है, हम इस योजना के उद्देश्यों, विशेषताओं, लाभों, पात्रता और आवेदन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से।

प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना 2025 : योजना का उद्देश्य
प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना 2025 का मुख्य उद्देश्य भारत के उन 100 जिलों में कृषि उत्पादकता को बढ़ाना है जहां उत्पादन कम है, फसल की गहनता मध्यम है और ऋण की उपलब्धता औसत से कम है। यह योजना छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने, उनकी आय बढ़ाने, और कृषि को अधिक लाभकारी और टिकाऊ बनाने पर केंद्रित है। इसके अतिरिक्त, योजना का लक्ष्य आधुनिक कृषि तकनीकों को बढ़ावा देना, जलवायु-लचीली खेती को प्रोत्साहित करना, और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है। यह योजना न केवल किसानों की आजीविका में सुधार लाने का प्रयास करती है, बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा को भी सुनिश्चित करती है।
प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना 2025 : प्रमुख विशेषताएं
प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना 2025 की कुछ प्रमुख विशेषताएं निचे दिये गए है।
- 100 जिलों पर ध्यान : यह योजना उन 100 जिलों पर केंद्रित है जहां कृषि उत्पादकता कम है। इन जिलों का चयन कम उत्पादकता, मध्यम फसल गहनता, और औसत से कम ऋण मानदंडों के आधार पर किया गया है।
- आधुनिक कृषि तकनीकों का उपयोग : योजना के तहत किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों, जैसे कि उच्च गुणवत्ता वाले बीज, ड्रिप सिंचाई, और मशीनीकरण, को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
- वित्तीय सहायता : किसानों को सस्ते ऋण, सब्सिडी, और अनुदान प्रदान किए जाएंगे ताकि वे बेहतर बीज, उर्वरक, और कृषि उपकरण खरीद सकें।
- राज्यों के साथ साझेदारी : योजना को राज्यों के सहयोग से लागू किया जाएगा, जिसमें मौजूदा योजनाओं का समन्वय किया जाएगा।
- प्रौद्योगिकी आधारित समाधान : डिजिटल तकनीकों और डेटा-आधारित समाधानों का उपयोग करके किसानों को बेहतर जानकारी और संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।
- फसल विविधीकरण : योजना फसल विविधीकरण को बढ़ावा देती है ताकि किसान एक ही फसल पर निर्भर न रहें और उनकी आय स्थिर रहे।
- सिंचाई और बुनियादी ढांचे का विकास : योजना के तहत सिंचाई सुविधाओं को बेहतर करने और कृषि बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर जोर दिया गया है।
प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना 2025 : योजना के लाभ
प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना 2025 से किसानों को कई तरह के लाभ मिलने की उम्मीद है।
- आर्थिक सशक्तिकरण : इस योजना से करीब 1.7 करोड़ किसानों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। उनकी आय में वृद्धि होगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
- उच्च गुणवत्ता वाले बीज और उर्वरक : किसानों को कम कीमत पर उच्च गुणवत्ता वाले बीज और मुफ्त उर्वरक उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे फसल की पैदावार बढ़ेगी।
- कृषि उपकरणों पर सब्सिडी : छोटे और सीमांत किसानों को ट्रैक्टर, पंप, और अन्य कृषि उपकरण खरीदने के लिए सब्सिडी दी जाएगी।
- बेहतर सिंचाई सुविधाएं : योजना के तहत ड्रिप और स्प्रिंकलर जैसी आधुनिक सिंचाई तकनीकों को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे पानी का उपयोग अधिक कुशल होगा।
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार : यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाएगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी।
प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना 2025 : पात्रता मापदंड
प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना 2025 का लाभ लेने के लिए कुछ पात्रता मापदंड निर्धारित किए गए हैं। हालांकि, सरकार ने अभी तक विस्तृत दिशा-निर्देश जारी नहीं किए हैं, लेकिन प्रारंभिक जानकारी के आधार पर निम्नलिखित मापदंड हो सकते हैं
- किसान का निवास : योजना का लाभ उन 100 चयनित जिलों के किसानों को मिलेगा जहां उत्पादकता कम है।
- छोटे और सीमांत किसान : यह योजना विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों के लिए बनाई गई है, जिनके पास 2 हेक्टेयर से कम जमीन है।
- आवश्यक दस्तावेज : आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण, जमीन के दस्तावेज, और अन्य पहचान पत्र जैसे दस्तावेजों की आवश्यकता हो सकती है।
- पंजीकरण : कुछ मामलों में, किसानों को योजना के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन पंजीकरण करना पड़ सकता है।
प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना 2025 : आवेदन प्रक्रिया
प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया के बारे में अभी तक सरकार ने विस्तृत जानकारी साझा नहीं की है। हालांकि, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आवेदन प्रक्रिया सरल और पारदर्शी होगी।
बजट आवंटन
केंद्रीय बजट 2025-26 में कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के लिए 1.37 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 4% अधिक है। इस बजट का एक हिस्सा प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना 2025 के लिए उपयोग किया जाएगा। हालांकि, योजना के लिए अलग से आवंटन की जानकारी अभी तक स्पष्ट नहीं की गई है। यह योजना मौजूदा योजनाओं, जैसे कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN), किसान क्रेडिट कार्ड, और कृषि अवसंरचना कोष, के साथ समन्वय में लागू की जाएगी।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना 2025 भारत के कृषि क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना न केवल किसानों की आय बढ़ाने और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में मदद करेगी, बल्कि कृषि को अधिक टिकाऊ और आधुनिक बनाने में भी योगदान देगी। कम उत्पादकता वाले 100 जिलों में इस योजना को लागू करके सरकार ने उन किसानों को प्राथमिकता दी है जो सबसे अधिक जरूरतमंद हैं। हालांकि, योजना की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि इसे कितनी प्रभावी ढंग से लागू किया जाता है और किसानों तक इसका लाभ कितनी जल्दी पहुंचता है।